मैं सबसे कम स्कोरर हूं : मुंबई को रणजी ट्रॉफी जीतने वाले रहाणे ने ऐसा क्यों कहा

मुंबई और विदर्भ के बीच खेले गए रणजी ट्रॉफी फाइनल मैच में अंजिक्य रहाणे दूसरी पारी में कप्तानी पारी खेलते हुए 73 रनों कि अहम पारी खेली। इस जीत के साथ मुंबई ने 42वीं बार रणजी ट्रॉफी खिताब अपने नाम किया। मुंबई ने विदर्भ को 169 रनों से हराकर रजक पदक पर कब्जा कर लिया है। मुंबई की ओर से 214 रनों के साथ अंजिक्य रहाणे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले में नौवे स्थान पर रहे। मुंबई की रणजी फाइनल जीत में कप्तान रहाणे के 73 रन के साथ-साथ युवा शतक वीर मुशीर खान के साथ 130 रन की साझेदारी भी अहम रही। मुशीर खान के 136 रनों के बदौलत विदर्भ को इस फाइनल जीत से बहुत दूर कर दिया था।

फाइनल की भव्य जीत के बाद प्रेजेंटेशन समारोह में अंजिक्य रहाणे कहते हैं कि भले ही मैं अपनी टीम के लिए सबसे कम स्कोरर रहा हूं लेकिन सबसे ज्यादा खुश हूं क्योंकि हम फाइनल जीत गए। एक खिलाड़ी के तौर पर उसके क्रिकेट करियर में कई उतार चढ़ाव आते रहते हैं लेकिन अब इस समय ड्रेसिंग रूम में इस सफलता का आनंद लेने का समय है।

अंजिक्य रहाणे आगे कहते कि पिछले साल हम एक रन से नॉकआउट के लिए क्वालीफाई करने में असफल रहे थे लेकिन इस असफलता से हमने बहुत कुछ सीखा है। आज फाइनल जीत के साथ सभी समर्थन करने वाले MCA को धन्यवाद देता हूं।

फाइनल जीत के बाद युवा शतक वीर मुशीर खान कहते हैं कि मुझे अंजिक्य रहाणे के साथ बैटिंग करने में बहुत ही मजा आया । हमारी साझेदारी के दौरान वह बहुत ही अच्छी तरह से समझते थे और हर बार मुझे प्रेरित करते रहते थे। तो वही टूर्नामेंट में सबसे अधिक रन बनाने वाले कोटियन ने रहाणे का धन्यवाद करते हुए कहा ” कि मुझे अपने वास्तविक बल्लेबाजी की क्षमता को उजागर करने में बहुत ही मदद की। युवा बल्लेबाज कोटियन टूर्नामेंट मे 500 से अधिक रन बनाए हैं।

क्रिकेट से संन्यास ले चुके धवल कुलकर्णी के बारे मे रहाणे कहते हैं कि मुंबई क्रिकेट में उनके योगदान को देखते हुए जितनी भी प्रशंसा की जाए वह कम होगी क्योंकि धवल ने मुंबई के लिए सबसे ज्यादा फाइनल खेले हैं और मुंबई को पांच रणजी ट्रॉफी खिताब जीताने में अहम योगदान दिया है।

मैं और धवल अंडर-14 के दिनों से ही मुंबई के लिए खेल रहे हैं। अंडर-19 का न्यूजीलैंड का वह दौरा भी साथ किया है। उनकी जितनी प्रशंसा की जाय वह कम होगी क्योंकि उनका क्रिकेट में प्रशंसनीय योगदान रहा है।

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